कमलनाथ ही तय करेंगे प्रत्याशी
गोविंद चौरसिया . छिंदवाड़ा
कांग्रेस की चुनावी तैयारियों की नब्ज टटोलने पर्यवेक्षक श्रीमती यशोमति ठाकुर को चर्चा मेें कार्यकर्ताओं की ओर से एक ही जवाब मिला कि जो सांसद कमलनाथ कहेंगे वही होगा। छिंदवाड़ा विधानसभा में किसी ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत नहीं की, सारा कुछ श्री नाथ के ऊपर छोड़ दिया गया है।
वर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना पूरी तरह आशान्वित है कि टिकट उन्हें ही मिलेगी किंतु जनता में उनका विरोध बहुत है, वहीं पर जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व जिले के कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे का कहना है कि कमलनाथ ने उन्हेंं टिकट दी तो वे छिंदवाड़ा विधानसभा से चुनाव लडेगें। भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री चौधरी चन्द्रभान सिंह को चुनाव लडऩे के लिए अरविन्द मेनन ने हरी झण्डी दे दी। टिकट दीपक सक्सेना को दें या विश्वनाथ ओक्टे को यह कमलनाथ के लिए ऊहापोह का कारण बन सकता है
4 भाजपा एवं 3 कांग्रेस
जिले मे 7 विधान सभा सीटें है, जिसमें 3 सामान्य 3 आदिवासी एवं एक हरिजन सीट है। वर्तमान में 4 भाजपा व 3 कांग्रेस के पास है, भाजपा के वर्तमान विधायको की स्थिति ठीक नहीं है, अधिकांश विधायको से कार्यकर्ता नाराज हंै उन्हें मनाने के प्रयास नहीं किये जा रहे बड़े नेता आते हंै भाषण देकर चले जाते हैं, उनके अन्तर्मन की कोई बातें नहीं सुनता।
प्रशासन में भाजपा की पकड़ नहीं
भाजपा के छिंदवाड़ा सम्मेलन में पूर्व विधायक ने अपना दुख व्यक्त करते हुये कहा था कि सक्ष्म नेतृत्व न होने के कारण प्रशासन में नेताओं की पकड़ नहीं है, सौंसर के विधायक नाना मोहोड़ जो शिक्षा राज्य मंत्री हैं, पांच वर्षों में अपनी पहचान नहीं बना पाये, वे सौंसर तक ही सीमित हंै जहां उनका भारी विरोध है। प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन पर आरोप लगता कि वे प्रशासन के ईशारे पर चलते हैं, उन्हें जिले की राजनीति से कोई लेना देना नहीं। भाजपा ने दो सीटो का ईशारा कर दिया है जबकि कांग्रेस की ओर से कमलनाथ को ही तय करना है, जितने ज्यादा विधायक कांग्रेस के जीतेंगे उतना उन्हें लोकसभा में फायदा होगा।