राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2013 हेतु निशानेबाज रंजन सोढ़ी चयनित
भारत के ट्रैप निशानेबाज रंजन सोढ़ी का चयन देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2013 के लिए किया गया. चयन समिति ने इनके चयन की सिफारिश 13 अगस्त 2013 को की. इसी के साथ वर्ष 2013 के लिए अर्जुन पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार के विजेताओं की भी घोषणा की. विजेताओं को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा राष्ट्रपति भवन में 29 अगस्त 2013 (खेल दिवस) को पुरस्कार प्रदान किया जाना है. पुरस्कार स्वरूप राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी को 7.5 लाख रुपए, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार पाने वालों को 5-5 लाख रुपए, ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र दिया जाता है. प्रतिवर्ष 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
रंजन सोढ़ी
डबल ट्रैप निशानेबाज रंजन सोढ़ी जन्म पंजाब राज्य के फिरोजपुर में 23 अक्टूबर 1979 को हुआ था. उन्होंने वर्ष 2011 में आयोजित आई एस एस एफ विश्व कप में पुरुष वर्ग के डबल ट्रैप निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीता था. रंजन सोढ़ी ने वर्ष 2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी में 2 रजत पदक और वर्ष 2010 के एशियन खेल में एक स्वर्ण पदक जीता था.
अर्जुन पुरस्कार
विराट कोहली (क्रिकेट), पीवी सिंधू (बैडमिंटन) चक्रवेलू (तीरंदाजी), रंजीत माहेश्वरी (एथलेटिक्स), सविता चहल (मुक्केबाज़ी), रूपेश शाह (स्नूकर और बिलियर्ड्स), अभिषेक गुप्ता (शतरंज), गंगदीप भुल्लर (गोल्फ), सबा अंजुम (हॉकी), शूटिंग राजकुमारी राठौड़ (शूटिंग), ज्योत्स्ना चिनप्पा (स्क्वैश), नेहा राठी (कुश्ती), अनूप कुमार सरोहा (एथलेटिक्स) और माउमा दास (टेबल टेनिस).
अर्जुन पुरस्कार से सम्बंधित अन्य तथ्य
ज्ञातव्य है कि सामान्यतः एक कैलेंडर वर्ष में 15 से अधिक खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार नहीं दिए जाते हैं, लेकिन अर्जुन पुरस्कारों की योजना में यह भी शामिल है कि विशेष वर्ष में राष्ट्रमंडल, एशियाई खेलों और ओलंपिक में प्रदर्शन में ध्यान में रखते हुए खेल मंत्रालय की अनुमति से 15 से अधिक खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है. वर्ष 2011 से पहले किसी कैलेंडर वर्ष में 15 से अधिक खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया था.
विदित हो कि सामान्य तौर पर अर्जुन पुरस्कार की सूची में 15 खिलाडि़यों को शामिल किया जाता था. परन्तु वर्ष 2010 में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में भारत के शानदार प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पीटी उषा की अध्यक्षता वाली चयन समित ने वर्ष 2011 के लिए पुरस्कारों की संख्या 15 से बढ़ाकर 19 करने की सिफारिश की थी. केंद्रीय खेल मंत्रालय ने समिति की इस सिफारिश को मंजूर कर लिया.