'वार्ता को पटरी से उतारने में लगा है इजरायल'

‘वार्ता को पटरी से उतारने में लगा है इजरायल’

यरूशलम। इजरायल ने फिलिस्तीन के साथ शुरू होने वाली वार्ता के एक दिन पहले पूर्वी यरूशलम में 942 अन्य आवासों के निर्माण को मंजूरी देकर बातचीत शुरू करने के पहले ही उसके असफल होने की पूरी तैयारी कर ली है। पूर्वी यरूशलम में ये आवास गिलो में बनाए जाने हैं।

बीते रविवार को इजरायल ने पश्चिमी तट पर अपने कब्जे वाले हिस्से और यरूशलम में यहूदियों के 1181 से अधिक नए आवास के निर्माण की सार्वजनिक घोषणा की थी जिससे वार्ता का मध्यस्थ अमेरिका विचलित हो गया। इसके एक दिन बाद ही इजरायल ने और आवासों के निर्माण को मंजूरी देकर अमेरिका की नींद उड़ा दी है।

अमेरिकी कोशिशों से तीन साल बाद शुरू हुई इजरायल फिलिस्तीन वार्ता इजरायल के इस कदम से एक बार फिर पटरी से उतर सकती है। दोनों देशों के बीच पहले भी यहूदी बस्ती बनाए जाने को लेकर ही विवाद हुआ था और इसी वजह से उनकी वार्ता बीच में टूट गई थी।

फिलिस्तीन के साथ वार्ता का दूसरा दौर शुरू होने से पहले बीते 11 अगस्त को पूर्वी यरूशलम और पश्चिमी तट पर यहूदियों के 1181 आवासों के निर्माण के लिए निविदा जारी की गई। ये आवास बिक्री के लिए है। इनमें से 793 आवास पूर्वी यरूशलम में बनाए जाएंगे। पूर्वी यरूशलम के गिलो में 400, हार होमा में 210 और पिस्का जेव में 183 आवासों का निर्माण किया जाएगा। पश्चिमी तट में शेष 394 आवासों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से एरियल में 117, एफरात में 149, मालेह अदुमिम में 92 और बेत इलित में 36 आवास निर्मित किए जाएंगे।

इजरायल का तर्क है कि वह अपने देश में रहने के खर्चे को घटाने का प्रयास कर रही है और दुनिया के किसी देश को दूसरे देश से इस बात की इजाजत नहीं लेनी होती है कि उसे अपने देश में कहां और क्या निर्मित करना है। इजरायल के कब्जे वाले पश्चिमी तट के इलाके में इस साल के पहले छह महीनों के दौरान आबादी में 7700 लोगों की बढ़त हुई है। यह बढ़ोतरी 2.1 प्रतिशत की है।

यूरोपीय संघ ने बीते महीने इजरायल की इस नीति के खिलाफ ही इसके संबंध मे दिशा निर्देश जारी किए थे और यह कहा था कि कब्जे वाले पश्चिमी तट के लिए इजरायल को किसी प्रकार की वित्तीय सहायता नहीं प्रदान की जाएगी। इजरायल ने यूरोपीय संघ की इस नई नीति का विरोध किया है।