durga shakti nagpal case

 

नोएडा। सपा नेता व यूपी एग्रो के चेयरमैन नरेंद्र सिंह भाटी ने अब पर्दे के पीछे से खेल शुरू कर दिया है। अपने बचाव व एसडीएम के निलंबन को सही ठहराने के लिए कुछ ग्रामीणों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। धार्मिक स्थल गिरने से लेकर दुर्गा शक्ति के निलंबन तक कोई भी संगठन सामने नहीं आया था। अचानक शनिवार को कलक्ट्रेट में नरेंद्र भाटी जिंदाबाद के नारे लगते हैं और दुर्गा शक्ति नागपाल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग उठती है।

कादलपुर गांव में कुछ खास लोगों को लगाया गया है, जो सिर्फ मीडिया से बातचीत करते हैं। ग्रामीणों को कुछ न बोलने की हिदायत दी गई है। घटनाक्रम पर नजर डालें तो चीजें साफ नजर आती हैं। 27 जुलाई की रात में धार्मिक स्थल गिराने का आरोप है, उसी रात एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को निलंबित किया जाता है। 28 जुलाई को कादलपुर गांव में धार्मिक स्थल तोड़े जाने के विरोध में जनसभा होती है, जिस सभा में नरेंद्र भाटी ने 41 मिनट के अंदर दुर्गा शक्ति को निलंबित कराने की बात कही थी।