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नगर प्रतिनिधि. भोपाल
राजधानी में नए साल का सूरज का आज धुंध से संघर्ष के साथ उदय हुआ। हवाओं में नमी के कारण आज तड़के शहर कोहरे की चादर में लिपटा रहा। चारों तरफ धुंध का गुबार था, आसमान पर छाए बादलों ने काफी देर तक नए साल की सुनहरी किरणों को जमीं पर उतरने से रोके रखा लेकिन धुंध आखिर कब तक टिकती… सूरज का संघर्ष रंग लाया ….कुछ देर बाद ही सही सूरज की सुनहरी किरणें धरती पर पसर गई और वातावरण उजास की नई आभा से दमकने लगा।
राजधानी में नए साल का आगमन गर्माहट यानी न्यूनतम तापमान में सामान्य से चार डिग्री की बढ़त के साथ हुआ है। रात का न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के आसमान पर बने विक्षोभ एवं हवाओं में नमी के कारण पारा उछाल पर है। ग्वालियर, बुंदेलखंड और रीवा क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश के ज्यादा इलाकों में तापमान सामान्य के इर्द-गिर्द बना हुआ है।
झील किनारे से  देखा नजारा
नए साल का पहला सूर्योदय देखने के लिए लोग भोर से ही बड़ी संख्या में झील किनारे जमा थे। धुंध के कारण लोगों को सूर्योदय का इंतजार करना पड़ा। बादलों का सीना चीरकर जैसे ही लालिमा बिखेरते सूर्योदय हुआ लोगों ने हर्षमिश्रित भाव से अनंत ऊर्जा स्त्रोत का स्वागत किया। दमकती किरणों ने झील मेंं उतरकर पानी में पिघले सोने सी आभा बिखेर दी।