परमाणु ऊर्जा पर भेल का फोकस
दिलीप मालवीय . भोपाल
देश में बीएचईएल ने परमाणु बिजली के क्षेत्र में कदम बढ़ाए है। भेल ने अब तक देश में अनेक टरबाइन तैयार की है, जो बड़े प्रोजेक्टों में लगाई गई है। भेल गुजरात के लिए 700 मेगावाट की यूनिट के लिए काम किया जा रहा है। दो यूनिटों में एक का काम पूरा कर इसका संचालन किया जा रहा है। बीएचईएल को न्यूक्लियर पॉवर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) से परमाणु बिजली परियोजना के लिए देश में स्टीम टरबाइन जनरेटर का आर्डर प्राप्त कर उपकरणों को बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसी कड़ी में देश में अब तक की सबसे अधिक क्षमता 700 मेगावाट रेटिंग के ट्रांसफार्मर को बीएचईएल द्वारा बनाया गया है। यह उपकरण गुजरात के काकरापारा में लगा है।
भेल ने परमाणु बिजली के क्षेत्र में अपना कदम रख दिया और न्यूक्लियर पॉवर कारपोरेशन ने पहला आदेश दिया है, जो 700 मेगावाट रेटिंग के न्यूक्लिर सेटों के लिए स्टीम जनरेटर के रूप में काम करेगा । अब तक न्यूक्लियर पॉवर कारपोरेशन ने भी सिर्फ 500 मेगावाट रेटिंग के ट्रांसफार्मर बनाए हैं। 700 मेगावाट रेटिंग के स्टीम जनरेटर स्वदेशी प्रौद्योगिकी के रूप में एक चुनौती है जिसे बीएचईएल ने पूरा करके दिखाया है।
परमाणु बिजली के क्षेत्र में बीएचईएल के लिए यह आर्डर एक चमक के रूप में साबित होगा। परमाणु बिजली के क्षेत्र में न्यूक्लियर पॉवर कारपोरेशन को पहले आदेश को पूरा करने की जिम्मेदारी भेल की मदर इकाई भोपाल को मिली है। इस प्लांट ने देश में ऊर्जा के क्षेत्र में ऐसे कई उपकरणों की आपूर्ति की है, जिससे कंपनी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। बीएचईएल ने अब तक विदेश में जो भी विद्युत परियोजनाओं के लिए काम किया उनका सफल संचालन किया जा रहा है।