क्या गांगुली होंगे भारतीय टीम के कोच?
चेन्नई: भारतीय टीम के मौजूदा कोच डंकन फ्लेचर ने अप्रैल 2011 में कोच का पद संभाला था। फ्लेचर का दो साल का कांट्रेक्ट खत्म होने वाला है। बीसीसीआई बोर्ड फ्लेचर का कांट्रेक्ट बढ़ाने के मूड में नहीं है। ऐसे में बीसीसीआई नए कोच की तलाश कर रही है। इसी दौरान भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने किसी भारतीय को ही कोच बनाने की वकालत की है।
गांगुली ने कहा हमारे पास ऐसे कई काबिल लोग है भारतीय टीम के कोच बनने योग्य है। गांगुली के इस कथन से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि गांगुली कहीं खुद को कोच तो नहीं बनाना चाहते? भारतीय टीम के उसी समय बुरे दिन शुरू हो गए जब फ्लेचर भारतीय टीम के कोच बने। 2011-12 में भारत को टेस्ट सीरीज में इंग्लैण्ड और ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी शिकस्त मिली। नंबर वन टेस्ट टीम का खिताब भी छिन गया।
हाल ही में जब इंग्लैण्ड भारत दौरे पर आई तो टीम इण्डिया की बुरी तरह भद्द पीटी। पहला टेस्ट जीतने के बावजूद टीम इण्डिया 4 टेस्ट की सीरीज हार गई और इंग्लैण्ड का 28 साल का सपना पूरा हो गया। फ्लेचर के कोच रहते ही राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने सन्यास लिया। सचिन तेंदुलकर को भी वन डे से सन्यास लेना पड़ा। 2005 में इंग्लैण्ड ने एशेज सीरीज जीती थी। उस वक्त इंग्लैण्ड के कोच फ्लेचर थे। 18 साल बाद इंग्लैण्ड ने एशेज सीरीज जीती थी।
फ्लेचर करीब 8 साल तक इंग्लैण्ड के कोच रहे। उनका कार्यकाल 1999 से 2007 तक रहा। फ्लेचर के कोच रहते इंग्लैण्ड ने श्रीलंका, पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज में सीरीजें जीती। उनके कोच रहते ही इंग्लैण्ड ने 2004 से लगातार 8 टेस्ट मैच जीते। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट जीतने से पहले इंग्लैण्ड ने श्रीलंका को 3-0 और वेस्ट इंडीज को 4-0 से हराया।