किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान भरना लगभग नामुमकिन!
नई दिल्ली। किंगफिशर एयरलाइंस के लिए दोबारा उड़ान भरना करीब-करीब नामुमकिन हो गया है। विमानन मंत्री अजित सिंह ने साफ कर दिया है कि जब तक कंपनी अपने बकाएदारों के पैसे नहीं चुकता करती तब तक उसे उड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अजित सिंह ने साफ किया कि सिर्फ कर्मचारियों की बकाया सैलरी का भुगतान करने से किंगफिशर एयरलाइंस दोबारा नहीं उड़ पाएगी। उनके मुताबिक किंगफिशर एयरलाइंस के पास पैसे जुटाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। उनके मुताबिक किंगफिशर को दोबारा उड़ने के लिए 10,000 करोड़ रुपये चाहिए। उधर किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देकर फंसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को अभी भी किंगफिशर के फिर से उड़ने की उम्मीद है।
एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा है कि अगर किंगफिशर एयरलाइंस को दोबारा उड़ना है तो कम से कम 2000 करोड़ रुपये की पूंजी लगानी होगी। एसबीआई किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वाले बैंकों के कंसोर्शियम का लीड बैंकर है और अकेले एसबीआई ने किंगफिशर को 1500 करोड़ का कर्ज दे रखा है। प्रतीप चौधरी ने कहा कि बैंक अभी किंगफिशर एयरलाइंस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करने की सोच रहे हैं और कर्ज वसूली को लेकर बातचीत जारी है। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ी तो कुछ नॉन कोर एसेट्स बेचकर कर्ज की वसूली की जाएगी।