बैरिएट्रिक सर्जरी क्या है और इस सर्जरी से होने वाले लाभ क्या हैं?

राजेश चावला, नई दिल्ली

बैरिएट्रिक सर्जरी एक ऑपरेशन है, जिसके जरिये अधिक वजन वाले या फिर मोटापे से ग्रस्त लोगों को वजन कम करने में मदद मिलती है। ऑपरेशन के लिए लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की प्रक्रिया पेट और आंतों पर की जाती है। इस सर्जरी के जरिये पेट को छोटा कर दिया जाता है। इस कारण पेशेंट भूखा महसूस नहीं करता और थोड़ा-सा भोजन करने के बावजूद वह तृप्त या भरा पेट महसूस करता है। ऑपरेशन की कुछ प्रक्रियाओं के जरिये आंतों को नए सिरे से व्यवस्थित (रीअरेंज्ड) किया जाता है ताकि आंतें वसा और कार्बोहाइड्रेट्स का कम मात्रा में अवशोषण कर सकें।

बैरिएट्रिक सर्जरी से संबंधित ये प्रक्रियाएं रोगी का प्रतिमाह लगभग 6 से 8 किलोग्राम वजन कम करने में सहायक सिद्ध होती हैं। इस प्रकार पेशेंट को स्वास्थ्यकर आदतों पर अमल करने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा पेशेंट को दूसरे रूप में भी अन्य लाभ हासिल होते हैं। जैसे जो रोगी मधुमेह से ग्रस्त हैं, उनकी स्थिति में सुधार होता है। खर्राटा भरने की समस्या से उन्हें छुटकारा मिल जाता है। ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है और जो लोग जोड़ों के दर्द से ग्रस्त हैं, उनके दर्द में भी कमी आती है। इसी तरह कुछ रोगों जैसे पॉली सिस्टिक ओवरीज में सुधार आने के बाद गर्भधारण की संभावना भी बढ़ जाती है। कुल मिलाकर जीवन की गुणवत्ता में आश्चर्यजनक रूप से सुधार होता है।

मोटापे से छुटकारा पाने के लिए मैंने हर संभव विधियों का इस्तेमाल किया, लेकिन मैं विफल रही। शादीलायक उम्र हो चुकी है। मोटापे को नियंत्रित करने के लिए मैं क्या करूं?

कल्पना सिंह, पटना

सबसे पहले तो आपको मोटापे का आकलन करना चाहिए। यह आकलन ‘बी एम आई’ = वजन (किग्रा.)/ ऊंचाई मीटर के फार्मूले पर किया जाता है। यदि आपका बीएमआई 32.5 किग्रा / मीटर से नीचे है, तब आपको वजन नियंत्रित कार्यक्रम से सम्बद्ध होने की जरूरत है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आपको एक डाइटीशियन, एक फिजियोथेरेपिस्ट और एक बैरिएट्रिक फिजीशियन को भी शामिल करना पड़ेगा। वहींअगर आपका बीएमआई 32.5 किग्रा./ मीटर से अधिक है, तो इस स्थिति में आपको बैरिएट्रिक सर्जरी की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि इस स्थिति में अन्य विधियां स्थायी रूप से आपका वजन कम करने में सहायक नहीं होंगी। याद रखें, दीर्घकालिक प्रयासों से ही वजन को नियंत्रित रखना संभव है। आपका वजन तभी स्थायी रूप में नियंत्रित रहेगा, जब आप अपनी जीवन-शैली में सकारात्मक बदलाव कर उस पर ताउम्र अमल करें।