नई दिल्ली : विवाद के बावजूद ‘भारत माता की जय’ बोलने के मुद्दे पर कड़ा रूख अपनाने का संकेत देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 99 फीसदी लोग ‘भारत माता’ की प्रशंसा करने पर सहमत हैं और पार्टी शेष लोगों को भी इसके लिए मनाएगी।
शाह ने ‘इंडिया टुडे कांक्लवे’ में जेएनयू विवाद पर सरकार के रूख को उचित ठहराया और इस बात पर जोर दिया कि कुछ लोगों की ओर से अफजल गुरू की बरसी बनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला करना ही ‘राष्ट्रद्रोह’ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भाजपा असम में सरकार बना लेगी, हालांकि दूसरे राज्यों को लेकर सावधानी से प्रतिक्रिया दी।
भारत माता की जय पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान को लेकर खड़े हुए विवाद की पृष्ठभूमि में शाह ने कहा, ‘‘99 फीसदी लोग इस नारे से सहमत हैं। यह बहस अप्रासंगिक है। जो लोग इस नारे को नहीं लगाना चाहते उनसे पूछा जाना चाहिए कि इसमें समस्या क्या है। हम एक फीसदी लोगों को भी मनाएंगे।’ यह पूछे जाने पर कि यह नारा लगाने से इंकार करने वाले ओवैसी ‘गद्दार’ हैं तो भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘किसी एक चीज से कोई गद्दार नहीं हो जाता। हम सभी दूसरी चीजों पर विचार करेंगे और फिर किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।’ शाह ने कहा, ‘यह नारा आरएसएस और भाजपा के सत्ता में आने से पहले से बोला जा रहा है।’
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