वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले प्राइमरी चुनावों में ट्रंप अक्सर हिलेरी पर निशाना साधते रहे हैं। हिलेरी के 33000 ईमेल्स को डिलीट करने के मामले में ट्रंप सवाल पूछा करते थे कि आखिर वो कौन सी वजह थी जिसके बाद हिलेरी को ई-मेल्स को डिलीट करना पड़ा। हालांकि ट्रंप के इन बयानों पर हिलेरी ने अपनी सफाई में कहा था कि वो ट्रंप के आरोपों पर सफाई देना मुनासिब नहीं समझती हैं। लेकिन अब ट्रंप ने रूस से कहा है कि वो हिलेरी के ई- मेल्स को हैक करे।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने कहा था कि रूस आप सुन रहे हों तो मेरी अपील है कि आप हिलेेरी के ई-मेल्स को ढूंढने की कोशिश करें। ऐसा करने पर अमेरिकन मीडिया भी आपका सम्मान करेगी। ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अगर रूस या कोई भी शख्स जिसके पास हिलेरी के 33000 ईमेल्स हैं तो उन्हें एफबीआई के साथ शेयर करना चाहिए।
हिलेरी के चुनाव प्रचार में शामिल प्रवक्ता का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब राष्ट्रपति चुनाव के लिए किसी अहम उम्मीदवार ने अपने राजनीतिक विरोधी के खिलाफ किसी विदेशी ताकत को जासूसी करने के लिए प्रोत्साहित किया है। दूसरी ओर रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के मुताबिक, राष्ट्रपति पुतिन एक से अधिक बार कह चुके हैं कि रूस किसी दूसरे देश के अंदरूनी मामलों में कभी दखल नहीं देगा, खासतौर पर किसी देश की चुनावी प्रक्रिया में।
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