टमाटर की कीमतों में आयी तेजी अस्थायी रूख है : कृषि सचिव
By dsp On 18 Jun, 2016 At 09:46 AM | Categorized As अर्थ जगत | With 0 Comments

टमाटर की कीमतों में आयी तेजी अस्थायी रूख है : कृषि सचिव

नई दिल्ली : टमाटर की कीमतों में तेजी अस्थायी रूख है और हिमाचल प्रदेश तथा हरियाणा से आपूर्ति बढ़ने के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में इसके दाम नीचे आने शुरू हो गए हैं। कृषि मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। आजादपुर मंडी में टमाटर के थोक भाव दो दिन पहले 60 रूपये किलो की ऊंचाई पर पहुंच गए थे। आज यह घटकर 20 से 40 रूपये किलो पर आ गए। हालांकि, खुदरा दाम अभी भी गुणवत्ता और स्थान के हिसाब से 50 से 80 रूपये किलो के बीच चल रहे हैं।

कृषि सचिव शोभना के पटनायक ने कहा, ‘टमाटर के लिए यह कम आपर्ति वाला सीजन है। कीमतों में बढ़ोतरी अस्थायी है और यह जल्द समाप्त होगी। दिल्ली में यह मुद्दा नहीं है, क्योंकि पहाड़ी इलाकों से टमाटर की आवक शुरू हो गई है।’ आपूर्ति में सुधार के साथ टमाटर के थोक दाम नीचे आने लगे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि नई फसल की आवक से अन्य हिस्सों में भी कीमतों में कमी आएगी।

टमाटर व्यापारी संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश तथा हरियाणा से 350 टन से अधिक की आवक के बाद दिल्ली की मंडियों में स्थिति सुधर रही है। इसकी वजह से थोक बाजार में टमाटर घटकर 20 रूपये किलो पर आ गया है। उच्च गुणवत्ता वाले ‘सोना’ किस्म के हिमाचल प्रदेश के टमाटर का थोक दाम आज घटकर 40-50 रूपये प्रति किलो पर आ गया।

पिछले दो दिन में यह 40 से 60 रूपये किलो पर चल रहा था। हरियाणा में भी टमाटर के दाम आज घटकर 20 से 30 रूपये किलो पर आ गए, जो पिछले दो दिन से 40 से 50 रूपये किलो पर चल रहे थे। हालांकि, दिल्ली में थोक कीमतों में आई गिरावट अभी असंगठित खुदरा बाजार में नहीं दिख रही है। स्थानीय सब्जी दुकानदारों से गुणवत्ता व जगह के हिसाब से टमाटर 50 से 80 रूपये किलो के भाव बेचा जा रहा है।

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