सीहोर। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह जिले में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार की सुबह जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम ढाबला के 30 साल के युवा किसान ने आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि किसान के पास 10 एकड जमीन है और कुछ दिन पहले ही उसने एक ट्रेक्टर लोन लेकर लिया था। किसान ने कुछ मवेशी भी खरीदे थे और उसकी सोयाबीन फसल भी खराब हो गई है, ऐसे में किसान कर्ज के बोझ से भी परेशान था। शायद इसी परेशानी के चलते उसने रविवार को फांसी लगाकर उत्महत्या कर ली।
मृतक किसान का नाम बनेसिंह परमार 30 साल है। बताया जा रहा है कि उस पर लगभग 5 लाख का कर्ज था। फसल बीमा की राशि भी उसे नही मिली थी, साथ ही उसने एक दिन पहले ही सोयाबीन खेत से निकाला था, जिसमें मात्र 10 क्विंटल ही सोयाबीन निकला था जिससे वो काफी दुखी और कर्ज से परेशान था।
मामले में एक पहलू और सामने आया, जिसमें किसान की लाश पीएम कराने ले जाने मृतक के परिजनों से शव वाहन बुलाने के प्रयास किए, परन्तु शव वाहन नही आने से 2 हजार किराया देकर शव को ले जाया गया। गौरतलब है कि सीहोर जिले में बीते 3 माह में लगभग 12 किसान आत्महत्या कर चुके हैं और किसानों की खुदकुशी को दौर लगातार जारी है, जिससे चिंताजनक हालात बन गए हैं। मृतक किसान के परिजनों का कहना है कि बनेसिंह कर्ज से परेशान था, उसे फसल बीमा की राशि भी नहीं मिली, सोयाबीन फसल भी खराब हो गई थी।



