नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने मंगलवार को तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष पी. धनपाल के ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के 18 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराये जाने के फैसले को पक्षपातपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि ये केवल अल्पमत सरकार की मदद के लिए किया गया है।
चिदंबरम ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘डूबते जहाज को कोई नहीं बचा सकता। लकवाग्रस्त तमिलनाडु सरकार के लिए बहुमत जुटाने के लिए 18 विधायकों को अयोग्य करार दे दिया गया। तमिलनाडु बेतुकी बातों का रंगमंच बन गया है।‘ चिदंबरम ने व्यंग्यपूर्ण में अंदाज कहा, ‘अगर तमिलनाडु के विधानसभा अध्यक्ष सही हैं, तो एक विधायक दल के किसी निर्वाचित नेता को असहमत विधायकों द्वारा बदला नहीं जा सकता? एक बार निर्वाचित होने पर, पांच वर्षो तक मुख्यमंत्री।‘
चिदंबरम ने इसे एक बहुत बड़ा धोखा करार देते हुए कहा ये केवल अल्पमत सरकार की मदद के लिए किया गया है। चेन्नई में जब से ई. पलानीस्वामी और ओ. पन्नीरसेल्वम गुट एक हुए हैं तभी से तमिलनाडु की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष ने टीटीवी दिनाकरण गुट के 18 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया।



