नयी दिल्ली। भारत अगले महीने से ईरान और अजरबैजान के रास्ते रूस को कंटेनर कार्गो का निर्यात करना शुरू करेगा क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय गलियारे आईएनएसटीसी को परिचालन में लाने की ओर बढ़ रहा है। सीबीईसी (सीमाशुल्क) आयुक्त एस कुमार ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस पहल के कारण समुद्री मार्ग के जरिये कार्गो के परिवहन का समय पहले के 35 दिनों के मुकाबले आधा घटकर करीब 17 दिन रह जायेगा।
कुमार ने यहां फिक्की के एक आयोजन के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि भारत मध्य जनवरी से बांदर अब्बास के रास्ते रूस को पहली निर्यात की खेप भेजने की ओर जायेगा। संभवत: यह ईरान, अजरबैजान के रास्ते होता हुआ रूस पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सीमाशुल्क विभाग से परिधान एवं फार्मा क्षेत्र की ओर से इस मार्ग का इस्तेमाल करने के बारे में काफी पूछताछ होती रही है। उन्होने कहा कि इस मार्ग के कारण धन के साथ साथ समय की भी बचत होगी।