कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों के बीच ‘‘फूट’’ पैदा करने वाले देश के सच्चे नेता नहीं हो सकते है। ममता ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक आदर्श नेता महात्मा गांधी या नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जैसा होना चाहिए। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘एक नेता को सामने से आकर नेतृत्व करना चाहिए और सच्चे नेता लोगों के बीच विभाजन पैदा नहीं करते हैं। देश के एक नेता को हरेक को साथ लेकर चलना चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कभी किसी खास समुदाय को नहीं चुना बल्कि लोगों को चुना। ममता ने कहा, ‘‘हिन्दु धर्म हमें कभी फूट डालना नहीं सिखाता। यह धर्म हमें अन्य धर्मों से भी प्यार करना सिखाता है। मैं अपने धर्म से प्यार करूंगी और अन्य धर्म से भी।’’ उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 31 प्रतिशत मुस्लिम हैं, 23.6 प्रतिशत अनुसूचित जाति (एससी) और 38 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘तो दिल्ली मुझे राम के बारे में बात करने और रहीम के बारे में नहीं बात करने के कैसे निर्देश दे सकती है।’