खंडवा। माताजी विसर्जन समारोह व मोहर्रम पर्व सोमवार को भी जारी रहा। इससे पहले रविवार की रात दो पक्षों में हुए जोरदार पथराव के बाद शहर में सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। सोमवार को दिनभर और देर रात तक जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा और मंगलवार को सुबह से ही शहर में पुलिसकर्मी गश्त करते दिखे। पुलिस प्रशासन ने शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
रविवार की रात चल समारोह के दौरान दो समुदायों के लोगों में जमकर पथराव हुआ था। इस दौरान पेट्रोल और घासलेट डाल बस में हमला हुआ था जिसमें कई पुलिसकर्मी और आम लोग घायल हुए थे। सोमवार को भी शहर में तनाव का माहौल देखा गया और पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को पकड़कर हवालात में डाल दिया। इसके बाद मंगलवार को भी पुलिस ने ऐतिहात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया है।
मातृशक्ति संगठन के लोकेश पालीवाल और प्रमोद गुप्ता का कहना है कि शहर में शांति स्थापना के लिए हिंदू समाज प्रयासरत है। रविवार की रात माताजी विसर्जन चल समारोह के दौरान उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया। इस दौरान पेट्रोल बम, घासलेट बम भी फेंके गए। शांति के साथ चल समारोह का आह्वान करने वाले अशोक पालीवाल को पड़ावा से पुलिस ने उठाया, वहीं उनके साथी पंडित शैलेंद्र पाण्डेय व अन्य युवाओं के साथ प्रशासन द्वारा जमकर मारपीट की गई। दहशतगर्दों पर कार्रवाई नहीं होने से सिमी के दहशतगर्द फिर सक्रिय हो गए हैं और शहर की फिजा बिगाड़ रहे हैं।
पथराव के दौरान घायल होने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती पंडित शैलेंद्र पाण्डेय ने बताया कि रात में चल समारोह को संपन्न कराने के बाद कुछ युवा शोर मचाते हुए लौट रहे थे। उन्हें अशोक पालीवाल द्वारा शांति से घर जाने की सलाह दी गई। इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा ने उनके साथ जमकर मारपीट की और अशोक पालीवाल को अपने साथ ले गई। वहीं शहर से तकरीबन 10 से 15 युवाओं को पुलिस प्रशासन ने सोते समय घर से उठाकर विभिन्न धाराओं में केस बनाकर जेल भेज दिया। खंडवा के जिला पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन का कहना है कि शहर की फिजा बिगाड़ने वालों के खिलाफ संवैधानिक कार्रवाई की जाएगी।