वाशिंगटन। अमरीका ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता देने के लिए अब शर्तें रखने का फैसला किया है। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, अमरीकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कि पाक को अब शर्तो के साथ दी सैन्य मदद दी जाएगी। देखा जाएगा कि पाकिस्तानी सेना और एजेसियों ने आतंकी संगठनों, तालिबान और उसके हक्कानी नैटवर्क के खिलाफ क्या कार्रवाई की। अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी के अधिकारियों के आतंकी संगठनों के सरगनाओं से बहुत पुराने संबंध हैं। ऐसा नहीं है कि ये संबंध रातों-रात खत्म हो जाएंगे। लेकिन अब अमरीका कार्रवाई होते हुए और उसका नतीजा आते हुए देखना चाहता है।
अधिकारी का यह बयान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस वक्तव्य के बाद आया है जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को आतंकियों का सुरक्षित अड्डा बताया था। विदित हो किपाकिस्तान को लेकर इस तरह का कड़ा वक्तव्य पहली बार किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने दिया है। ट्रंप ने आतंकी संगठनों पर कार्रवाई नहीं करने पर पाकिस्तान को दुष्परिणामों की चेतावनी भी दी है।
अधिकारी ने कहा, “हम देखेंगे कि बदलाव का यह सिलसिला कब शुरू होता है। हमें विश्वास है कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा और इसके परिणाम जल्द ही सामने आएंगे।” पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने में सक्षम है। इसलिए वह उसकी कार्रवाई को देखकर ही उसकी सैन्य सहायता का निर्धारण करेंगे।