बीड़। हरसूद-बीड़-सिंगाजी सीसी रोड का निर्माण कर रही कंट्रक्शन कंपनी वर्तमान में निर्माण कार्य करते करते गोराडिया तक पहुंच गई है, लेकिन खदान से लेकर गोराडिया तक रोड निर्माण में बेस बनाते समय गिट्टी और मोरंग का उपयोग अच्छे से नहीं किया गया है।
फिसलन होने के कारण दुर्घटना को न्योता मिलने के आसार हो गए और संबंधित विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान ना देकर ग्रामीणों की समस्या की तरफ ना देख कर कंपनी का साथ देने में जुट गए। जिसके कारण पहली बारिश में ही दूध का दूध और पानी का पानी हो गया कि किस प्रकार रोड के निर्माण में घटिया क्वालिटी का काम किया गया है।
संबंधित विभाग के अधिकारी आते हैं और अपनी जेब भर कर चले जाते हैं, क्या चाहिए उनको कोई मतलब नहीं अगर संबंधित विभाग के अधिकारियों ने ध्यान दिया होता तो यह स्थिति निर्मित नहीं होती और ग्रामीणों को इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। एक तो बड़ी मुश्किल से रोड बन रहा है और उस पर इस तरह का निर्माण यह सोचने का विषय है। अपने फायदे के लिए अगर कंपनी के काम की देख रेख की गई होती और अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाया होता तो आज यह स्थिति निर्मित नहीं होती।
अगर कीचड़ को रास्ते से हटाया नहीं गया तो आने वाले समय में कई घटनाओं के जिम्मेदार संबंधित विभाग के अधिकारियों को होना पड़ेगा और बाद में अपनी बगले झांकने के अलावा उनके पास कोई काम नहीं रहेगा।