कृषि के क्षेत्र में रोज वैज्ञानिकों द्वारा नई तकनीक विकसित की जा रही है। ये तकनीकें किसानों का काम आसान करने के साथ-साथ जल्दी फसल की लागत मूल्य वसूल करवा देती है। आजकल तकनीक का इस्तेमाल हर क्षेत्र में आदमी की उपयोगिता बढ़ाने के लिए किया जाता है। तकनीक के जरिए कृषि के क्षेत्र में नई-नई फसल विकसित की जा रही है।
अब वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक विकसित करने में कामयाबी हासिल कर ली है, जिसमें एक ऐसे ड्रोन को विकसित कर लिया गया है में जो पौधों को उगाने के लिए सही जगह की पहचान कर सकेगा और हर साल एक अरब पौधरोपण कर सकने में सक्षम होगा। बताया जा रहा है कि इस अत्याधुनिक तकनीक के आने के बाद भारी मात्रा में हो रही वनों की कटाई का हल निकाला जा सकेगा।
ब्रिटेन की कंपनी बायोकार्बन इंजीनियरिंग शोधकर्ताओं अपने शोध के बाद एक ऐसे ड्रोन को विकसित करने में कामयाबी हासिल की है जिसके जरिए किसी जमीन की गुणवत्ता का पता लगाया जा सकेगा। आपको बता दें कि किसी भी पौधे को उगाने के लिए एक आदर्श स्थान की जरूरत होती है तो इस ड्रोन के आने के बाद यह उस स्थान की पहचान कर सकता है। तथा मिट्टी में अंकुरित बीज को मिला सकता है। इस नए ड्रोन के आने के बाद दुर्गम खड़ी पहाड़ियों वाले इलाकों में भी पहुँचकर वहां कृषि के भविष्य के बारे में सोचा जा सकता हैं।
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनी एक रिपोर्ट के अनुसार कहा था कि वनों की कटाई और वनों की संख्या में हो रही कमी विश्व में 17 फीसदी कार्बन गैस निकलने के लिए जिम्मेदार है। उसके देखते हुए इस तकनीक से कृषि के क्षेत्र में काफी सुधार की उम्मीद है।