इंदौर। एमवाय अस्पताल में 17 मरीजों की मौत के मामले में कांग्रेस ने जहां शुक्रवार को जंगी प्रदर्शन किया था, वहीं शनिवार को सुबह फिर कांग्रेसी इस मामले को लेकर उग्र दिखे। शनिवार को सुबह संयोगितागंज थाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग कांग्रेसियों ने की। आरोप लगाया गया कि प्रशासन से लेकर अस्पताल प्रबंधन के लोग मरीजों की मौत में लीपापोती कर रहे हैं। इतना बड़ा मामला होने के बाद सिर्फ एक डॉक्टर को ही निलंबित किया गया, जबकि जांच कमेटी बनाई गई है और कोई ठोस कार्रवाई होना मुश्किल है।
कांग्रेस ने शनिवार को संयोगितागंज थाने पर प्रदर्शन करते हुए अस्पताल में हुई मौतों के जिम्मेदारों पर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। बड़ी संख्या में यहां नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। राजीव विकास केन्द्र के बैनरतले कांग्रेसियों ने यह प्रदर्शन किया। केन्द्र के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव और प्रदेश प्रवक्ता सन्नी राजपाल ने बताया कि प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में हर दिन लापरवाही होती है। 17 मौतों में तो प्रबंधन और प्रशासन ने हद ही कर दी।
संभागायुक्त संजय दुबे जहां मौतों को सामान्य बता रहे हैं, वहीं मानसिक चिकित्सालय के अधीक्षक डॉक्टर रामगुलाम राजदान ने सारी व्यवस्था पर ही सवालिया निशान उठा लिया था। राजदान को सस्पेंड कर दिया गया। थाने पर प्रदर्शन में सरकार के खिलाफ भी कांग्रेसियों ने आक्रोश जताया। एमजीएम कालेज के डीन, एमवाय के अधीक्षक सहित सभी जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की मांग कांग्रेस ने की। इस मौके पर यतिन्द्र वर्मा, सचिन सिलावट, टंटू शर्मा, रोहित धनोते, विजय कदम, सन्नी पठारे, गटटू यादव, विवेक खंडेलवाल, विजय बौरासी, श्याम सिलावट, मुकेश यादव, श्याम यादव आदि मौजूद रहे।