छतरपुर। खजुराहो में पश्चिम मंदिर समूह के पास मुक्ताकाशी मंच पर सोमवार शाम को 6 बजे अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर 43वें खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारंभ किया। तत्पश्चात नई दिल्ली के कलाकार अनुज मिश्रा के कथक नृत्य से खजुराहो नृत्य समारोह की शुरुआत हुई। इसके बाद कोलकाता की कलाकार संचिता भटटाचार्य द्वारा ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। अंत में गुडग़ांव की जयश्री आचार्य के द्वारा कथक समूह की प्रस्तुति दी गई।
शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के 10 कलाकारों को 21-21 हजार रुपये के मध्य प्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदान किये गये। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी खजुराहो नृ्त्य समारोह का आयोजन 20 से 26 फरवरी तक किया जायेगा। समारोह के दूसरे दिन मंगलवार को गुडग़ांव की सगुन भूटानी द्वारा ओडिसी, रायपुर की यास्मीन सिंह द्वारा कथक युगल एवं मुम्बई की दक्षा मशरूवाला द्वारा ओडिसी समूह की प्रस्तुति दी जायेगी। 22 फरवरी को कोयम्बटूर की लावण्या शंकर भरतनाट्यम, गुडगांव की रचना यादव कथक समूह, भुवनेश्वर के सदाशिव प्रधान मयूरभंज छाऊ एवं नोएडा की शिंजिनी कुलकर्णी कथक नृत्य प्रस्तुत करेंगी।
23 फरवरी को कोलकाता के संदीप मलिक एवं नई दिल्ली की शिखा खरे कथक, त्रिचूर की पल्लवी कृष्णन मोहिनीअट्टम समूह एवं यूएसए के कथा डांस थियेटर के साथ रीता मित्रा मुस्तफी कथक समूह नृत्य प्रस्तुत करेंगी। 24 फरवरी को जयपुर की मंजिरी किरण महाजनी एवं भोपाल के रासमणी कथक नृत्य की प्रस्तुति देंगे, जबकि बैंगलोर की रूक्मिणी विजय कुमार भरतनाट्यम एवं दिल्ली के वनश्री राव कुचिपुड़ी समूह नृत्य प्रस्तुत करेंगे। 25 फरवरी को भुवनेश्वर के सौम्य बोस ओडिसी, नई दिल्ली की नीलाक्षी राय कथक, इम्फाल की मानसी थियाम एवं एन. अनुसना देवी मणिपुरी युगल तथा इंदौर की सुचित्रा हरमलकर कथक समूह नृत्य प्रस्तुत करेंगी। नृत्य समारोह के समापन अवसर पर 26 फरवरी को अमित चौधरी एवं बांग्लादेश के कल्पतरू द्वारा भरतनाट्यम त्रेयी, नई दिल्ली की विधा लाल एवं अभिमन्यु लाल द्वारा कथक युगल व गौरी द्विवेदी द्वारा ओडिसी एवं चेन्नई की ज्योत्सना जगन्नाथ भरतनाट्यम की प्रस्तुति देंगी।