भोपाल। प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों ने प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है। हादसों को लेकर राज्य सरकार द्वारा बुलाई गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि घटिया सडक़ों की वजह से ज्यादा हादसे हो रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों की बैठक बुलाई और निर्देश दिए कि ऐसी सड़कों को चिह्नित किया जाए, जिन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग में बदला जा सके।
इसके पीछे शासन की मंशा यह दर्शाना है कि उन सड़कों पर हादसे होते हैं तो फिर फिर केंद्र सरकार पर घटिया सड़क होने का ठीकरा फोड़ा जा सकेगा। रोजाना हो रहे सड़क हादसों को लेकर मुख्यमंत्री ने सड़क नेटवर्क की स्थिति के बहाने अफसरों की बैठक बुलाई। बैठक में राजगढ़ हादसे में 15 लोगों की मौत का मामला भी उठा। बता दें कि राजगढ़ में पिछले हफ्ते बेकाबू बस द्वारा ऑटो में टक्कर मारने की घटना के बाद राज्य सरकार ने आरोपों से बचने के लिए तत्काल आरटीओ को निलंबित कर दिया, लेकिन कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेने के बाद आरटीओ पर एफआईआर के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर सुचारू आवागमन की व्यवस्थाओं पर फोकस जरूरी है। सभी सड़के मोटरेबल रहे, यह हमारी प्रतिबद्धता है। सड़कों के निर्माण, सुदृढ़ीकरण, मरम्मत और पेंच वर्क आदि समय से पूर्ण हो। उन्होंने निर्देशित किया कि छोटी सड़कों के निर्माण के लिए कार्य-योजना बनाई जाए। केंद्र सरकार को मार्ग सौंपने से राज्य पर संधारण का वित्तीय भार कम होगा। बैठक में लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह और मुख्य सचिव बीपी सिंह भी मौजूद थे।