वाशिंगटन। व्हाईट हाउस का कहना हैं कि अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के हैकिंग ऑपरेशन में रूसी राष्ट्रपति व्लादामीर पुतिन सीधे तौर पर शामिल थे। राष्ट्रपति बराक ओबामा के सलाहकार बेन रोड्स ने कहा है कि सरकार के कामकाज पर पुतिन का शिकंजा मज़बूत है, जिससे ये साफ़ ज़ाहिर है कि उन्हें इस बात की ख़बर थी।
व्हाईट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा है कि ये बिल्कुल साफ़ है कि पुतिन इसमें शामिल थे। अमरीका राष्ट्रपति चुनाव के बीच ये आरोप लगता रहा था कि रूस रिपब्लिकन उम्मीदवार और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को जीतवाना चाहता है और चुनाव को प्रभावित करने के लिए हैकरों का सहारा लिया जा रहा हैं।
रूस इन आरोपों से इंकार करता हैं
रोड्स ने कहा, हम जानते हैं कि रूस में कामकाज किस तरह से चलता है और उसपर पुतिन की पकड़ कितनी मज़बूत है, और फिर आप जब इतने अहम साईबर अटैक की बात कर रहे हैं, तो हम बात कर रहे हैं हुकूमत के सबसे टॉप लेवल की। उन्होंने कहा, और आखऱिकार, व्लादामीर पुतिन ही वो अधिकारी हैं जो रूसी सरकार के कामों के लिए जिम्मेदार हैं। राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने समाचार ऐजेंसी एपी से कहा कि रूस के हैकिंग की ख़बरें हंसे जा सकनेवाला बकवास हैं। वाशिंगट से बीबीसी संवाददाता एंतनी जऱकर का कहना है डेमोक्रेटिक पार्टी अपनी हार के कारणों को समझने के लिए जूझ रही हैं। क्या इसीलिए फर्ज़ी ख़बरों को फैलाया जा रहा है?
पुतिन को हिलेरी से समस्या इसलिए ट्रंप पंसद?
हिलरी क्लिंटन जब अमरीका की विदेश मंत्री थीं तो उन्होंने 2011 में रूस में हुए संसदीय चुनाव को लेकर सवाल खड़ा किया था। इसे लेकर पुतिन बुरी तरह से हिलेरी क्लिंटन पर भडक़ गए थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से हिलेरी क्लिंटन पर इल्जाम लगाया था कि वह रूस में विरोध-प्रदर्शनों को भडक़ा रही हैं। अभी तक इसका कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है, जिससे पता चले कि हिलरी क्लिंटन के ईमेल्स हैकिंग में पुतिन का हाथ हैं।