इंदौर। इंदौर कलेक्टर पी.नरहरि ने जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन में इंदौर जिला प्रदेश में अव्वल है। इंदौर जिले में गत खरीफ मौसम के दौरान इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया है। खरीफ मौसम के दौरान हुयी सोयाबीन के नुकसानी का 105 करोड़ रूपये का फसल बीमा भी इंदौर जिले को मिला है।
प्रभावित किसानों को फसल बीमा राशि का वितरण 10 दिसम्बर को आयोजित एक समारोह में किया जायेगा। कलेक्टर पी.नरहरि ने बैंकर्स को निर्देशित किया है कि वे विमुद्रीकरण से उत्पन्न समस्या के समाधान पर विशेष ध्यान दें। वे यह प्रयास करें कि नागरिकों को कम से कम परेशानी हो। छोटे-बड़े सभी ग्राहकों के साथ समान व्यवहार किया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी बैंकर्स आगामी 15 जनवरी तक लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति कर लें। लक्ष्यों की पूर्ति के लिये वे समयबद्ध कार्ययोजना बनाकर कार्य करें।
उन्होंने बताया कि जिला पंचायत, जिला उद्योग केन्द्र, खादी ग्रामोद्योग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, अन्तयावसायी विकास निगम, आदिवासी विकास निगम, जिला शहरी विकास अभिकरण, माटी कला बोर्ड, हथकरघा विभाग सहित अन्य विभागों में बड़ी संख्या में हितग्राहियों के प्रकरण, जो बैंकों में प्रेषित किये गये हैं, वे लंबित हैं। इन लंबित प्रकरणों को शीघ्र स्वीकृत कर उनका वितरण सुनिश्चित किया जाये। इन विभागों से संबंधित जिले में कुल 3 हजार 375 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है। इसके विरूद्ध अब तक उक्त विभागों द्वारा 6 हजार 843 प्रकरण बैंकों को भेज दिये गये हैं। इनमें से एक हजार 491 प्रकरण ही स्वीकृत हुये हैं तथा स्वीकृत प्रकरणों में से ही मात्र 977 प्रकरणों में ही ऋण वितरण की कार्रवाई की गई है।