भोपाल/इंदौर। करीब 8 दिनों से बैंक और पोस्ट ऑफिस के बाहर दिनभर लोग लाइन लगाकर नोट बदलने का इंतजार करते हैं, लेकिन घंटों की मशक्कत के बाद ही उन्हें नए नोट मिल रहे हैं। बैंकों में काम की गति बेहद धीमी है। वहीं 100 के नोट भी बैंकों में कम है। पोस्ट ऑफिस और एटीएम में तो एक-दो घंटे में ही नोट खत्म हो जाते हैं। यही स्थिति गुरुवार को आठवें दिन भी बनी रही। शहर के 30 से 40 फीसदी एटीएम काम तो कर रहे हैं लेकिन इनमें भी नोटों की संख्या तय रहती है। अर्थात कुछ ही घंटों में एटीएम में भी नोट बंद हो जाते हैं और लोग परेशान होते रहते हैं।
एक एटीएम में नोट डालने की प्रक्रिया 5 से 6 घंटे चलती है। ऐसे में लोगों को कई एटीएम के चक्कर लगाना पड़ते है। 500 का नया नोट अभी नहीं आया है। वहीं 2000 का नोट एसबीआई के एटीएम छोड़कर बाकी बैंकों से निकल रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी एसबीआई बैंक की शाखाओं और एटीएम पर हो रही है। स्थिति यह थी कि बुधवार दोपहर पोलोग्राउण्ड स्थित एसबीआई की शाखा में बाणगंगा थाना प्रभारी और जवानों ने लोगों को हड़काया। हालांकि लोग यहां घंटों से लाइन में लगे थे।
प्रशासनिक अधिकारी कही भी लोगों की समस्याएं जानने नहीं पहुंच रहे है जबकि कलेक्टर ने आदेश दिए है कि बैंकों के बाहर लाइन में लगे लोगों से बात करें और जो भी समस्या हो उसके निदान का प्रयास करें। 8 दिनों में एक-दो दिन ही अधिकारी बैंकों में गए और लोगों से बात की। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस के एक-दो जवान जरूर शाखाओं के बाहर देखे जा सकते हैं लेकिन वे भी सुबह से शाम तक खड़े रहने के बाद परेशान हो रहे है। जरा भी गड़बड़ी पर लोग हंगामा करने लगते है जिससे बैंककर्मियों को काम करने में व्यवधान उत्पन्न होता है।