नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद आम आदमी को आ रही व्यावहारिक दिक्कतों पर गौर करते हुए केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। इसके साथ ही जिन घरों में शादी है उन्हें भी सराकर ने राहत देते हुए 2.50 लाख रूपए की नकदी निकालने की व्यवस्था दी है।
वित्त सचिव शक्तिकांत दास गुरुवार को कहा कि किसान बैंक से एक सप्ताह में 25,000 रुपये निकाल सकते हैं, लेकिन यह राशि किसान की ओर से फसल के लिए पहले से लिए गए लोन में से होनी चाहिए। वहीं, शादी वाले घरों के लिए सरकार ने नकद राशि निकासी की सीमा को बढ़ा दिया है। जिन घरों में शादी है वे लोग किसी एक खाते से ढ़ाई लाख रुपये तक निकाल सकते हैं। दास ने बताया कि इस शुक्रवार से पुराने नोटों को बदले जाने की सीमा 2000 रुपये कर दी जाएगी। अभी तक आप बैंकों से एक दिन में 4500 रुपये तक बदल सकते थे। नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा समस्या उन लोगों को हो रही थी, जो अपने परिवार में बेटे-बेटी की शादी की तैयारी कर रहे थे। क्योंकि आमतौर पर लोग शादी विवाह के खर्चों के लिए घर में नकदी लाकर रख लेते थे। अब शादी विवाह वाले घरों में कोई भी व्यक्ति एक खाते से 2.50 लाख रुपये की निकासी कर सकता है। यह राशि माता-पिता या दुल्हा, दुल्हन के खाते से निकाली जा सकती है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि किसान बैंक से एक हफ्ते में 25,000 रुपये निकाल सकते हैं, लेकिन यह राशि किसान की ओर से फसल के लिए पहले से लिए गए लोन या किसान क्रेडिट कार्ड से होनी चाहिए। उन्होंने इस बार के बेहतर मानसून का जिक्र करते हुए यह भी उम्मीद जताई है कि यह फसल-वर्ष बेहतर रहेगा। गौरतलब है कि बीते 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन के दौरान 500 और 1000 रुपये के बड़े नोट पर बैन लगाने की घोषणा कर दी थी। इस घोषणा के बाद ग्रामीण क्षेत्र के लोगों विशेष तौर पर किसानों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।