भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल से बीती देर रात स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकी प्रधान आरक्षक की हत्या कर फरार हो गए। इस घटना के बाद प्रशासन ने प्रदेशभर में हाईअलर्ट जारी किया गया है। बताया जाता है कि भागे हुए सभी आतंकियों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया है। फिलहाल पुलिस आतंकियों की तलाश में जुट गई है। गौरतलब है कि प्रदेश के खंडवा से सिमी के सात आतंकी 3 साल पहले भी ऐसे ही जेल से फरार हुए थे। सेंट्रल जेल भोपाल से भागे चार आतंकी खंडवा जेल से फरार होने वाले थे, वे अपने साथ दूसरे चार ऐसे आतंकियों को लेकर फरार हुए हैं, जिनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा था। केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश के अलावा पड़ौसी राज्यों में भी अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात करके मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
जानकारी के मुताबिक सेन्ट्रल जेल के बी ब्लॉक में बंद सिमी आतंकियों ने बीती रात दो से चार बजे के बीच जब प्रधान आरक्षक रमाशंकर यादव और आरक्षक चंदन सिंह ड्यूटी बदलने के लिए मिले, उसी दौरान इन पर हमला कर दिया। प्रधान आरक्षक यादव की चम्मच या प्लेट से बनाए गए धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी और आरक्षक चंदन के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद आतंकियों ने चादर में लकड़ी बांधकर उसकी सीढ़ी बनाई और करीब 25 फीट ऊंची दीवार को फांदकर दूसरी तरफ निकले और जेल की मजबूत सुरक्षा में सेंधमारी कर भाग खड़े हुए। जेल प्रशासन को घटना की जानकारी 4.30 बजे मिली। इसके बाद जेल में हडक़ंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों और पडोसी राज्य की पुलिस को भी सतर्क कर दिया है।
फरार होने वाले आतंकियों में शेख मुजीब (अहमदाबाद, गुजरात), माजिद खालिद (सोलापुर, महाराष्ट्र), अकील खिलची (खंडवा, मध्य प्रदेश), जाकिर, सलीम, महबूब और अमजद शामिल हैं। सबसे ज्यादा अलर्ट मालवा अंचल में हैं, यहां खड़वा को सिमी का गढ़ माना जाता है। घटना की सूचना लगने पर खंड़वा में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है और रास्तों पर चेकिंग की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने प्रदेश में हाईअलर्ट जारी करते हुए आतंकियों की तलाश में सर्चिंग की जा रही है।
आतंकवादियों के फरार होने के कुछ घंटे बाद सोमवार सुबह जेल विभाग के प्रमुख सचिव विनोद सेमवाल ने जेल का निरीक्षण करने के बाद तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने वहां मौजूद प्रेस से कहा कि घटना के जानकारी में आते ही जेल के पांच अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चौकसी में चूक निश्चित तौर पर बेहद गंभीर मामला है। आगे जांच के तथ्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कारर्वाही की जाएगी।
घटना को लेकर प्रदेश सरकार ने अपनी गलती मानी है। प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जेल प्रबंधन की गलती के वजह से यह घटना घटी है। उन्होंने आतंकियों को लेकर प्रदेशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। श्री सिंह को उम्मीद है कि आतंकवादियों का पता जल्द ही लगा लिया जाएगा। गृह मंत्री ने फरार आतंकवादियों की गिरफ्तारी पर पांच पांच लाख का इनाम घोषित किया है। साथ ही राज्य में हाईअलर्ट की घोषणा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूरा प्रशासन मामले पर नजर रखे हुए है।
उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर 2013 को सिमी के सात आतंकी अबू फैजल खान, एजाजुद्दीन अजीजुद्दीन, असलम अय्यूब, अमजद, जाकिर, शेख महबूब और आबिद मिर्जा खंड़वा जेल से बाथरूम की दीवार तोडक़र फरार हो गए थे। बाद में एटीएस और पुलिस ने इन्हें अलग-अलग स्थानों से पकड़ लिया था। सभी को कड़ी सुरक्षा में भोपाल सेंट्रल जेल में बंद करके रखा गया था। फिलहाल सेन्ट्रल जेल में सिमी के 22 आतंकी केद थे, जिनमें से बीती देर रात आठ आतंकी भाग गए। माना जा रहा है कि खंडवा जेल से फरार हुए आतंकियों ने ही इस बार भी भागने की योजना को अंजाम दिया होगा।
घटना के बाद से प्रशासन सहित पूरा पुलिस तंत्र सक्रिय हो गया है। जिसके बाद गुप्तचर ब्यूरो के साथ ही आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) और पुलिस की अन्य शाखाओं के अधिकारी द्वारा भोपाल में कई स्थानों पर तलाशी अभियान जारी है। सबसे ज्यादा चैकिंग राजधानी और उससे लगे आस-पास के जिलों में की जा रही है। चौराहों पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर हर आने जाने वाहनों की तलाशी ली जा रही है। मुस्लिम बहुल इलाके मंडीदीप, खरबई और सलामतपुर में भी पुलिस दबिश दे रही है और सर्च अभियान चलाया जा रहा है। सबसे ज्यादा अलर्ट मालवा अंचल में किया गया है, क्योंकि खड़वा को सिमी का गढ़ माना जाता है। घटना की सूचना लगने पर खंड़वा में जहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है, तो वहीं सभी सभी रास्तों को सील कर कड़ी चैकिंग के बाद ही वाहनों को शहर में प्रवेश दिया जा रहा है।
आईबी ने जताई चिंता
देश की शीर्ष खुफिया एजेंसी (आईबी) ने घटना पर चिंता जताई है। एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि सिमी के जो आतंकी कई सालों से अंडरग्राउंड हैं, उनके बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है और जो जेल में बंद थे, वे भी भागने में कामयाब हो रहे हैं। ऐसे में ये लोग देश के लिए नया खतरा बन गए हैं। एजेंसी ने पुलिस प्रशासन को चेताया है कि भागे गए आतंकियों की सरगर्मी से तलाश की जाए और उनके मददगारों पर कड़ी नजर रखते हुए उनके खिलाफ भी कड़े कदम उठाए जाएं।