भोपाल। इन्दौर में 22 एवं 23 अक्टूबर को होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ड्रम्स ऑफ मध्यप्रदेश की प्रस्तुति देश-विदेश के उद्योगपतियों एवं अतिथियों के लिए एक सांस्कृतिक आकर्षण का केन्द्र होंगी। संस्कृति विभाग द्वारा मध्यप्रदेश की पारम्परिक संस्कृति की पहचान के उद्देश्य से ड्रम्स ऑफ मध्यप्रदेश की परिकल्पना की गई है।
जनजातीय संग्रहालय में विगत एक माह से मध्यप्रदेश के जनजातीय एवं लोक कलाकारों द्वारा इसका पूर्वाभ्यास देश के विख्यात तबला वादक तन्मय बोस के मार्गदर्शन में किया गया है। लगभग 100 की संख्या में यह कलाकार 22 अक्टूबर को प्रस्तुति के लिए इन्दौर जायेंगे। लगभग 40 मिनिट अवधि की यह प्रस्तुति मध्यप्रदेश की आंचलिकता और जनजातीय संस्कृति को सुखद अनुभूतियों के साथ हमारे मन तक प्रविष्ट होने में सहज सफल हो जाती है।
इस प्रस्तुति में लगभग 100 कलाकार शामिल हैं, जो मध्यप्रदेश के बुन्देलखण्ड, मालवा, निमाड़, जनजातीय बहुल क्षेत्रों मण्डला, डिण्डोरी आदि से आते हैं। इन कलाकारों में सघन परिश्रम एवं अपने गुणों से उस परिकल्पना को साकार किया है, जिसके माध्यम से मध्यप्रदेश की लोक एवं जनजातीय अस्मिता के संगीत को, विशेष रूप से उसके मर्म और जीवन की लय को महसूस किया जा सकता है।