भोपाल। सर्दी के मौसम ने भले ही पूरी तरह अपनी दस्तक न दी हो, लेकिन इससे पहले क्षेत्र में बहुत से कंबल, स्वेटर विक्रेता ने गली-मोहल्लों में अपनी आमद दर्ज कर दी है, जबकि शहर में बाहरी विक्रेताओं का ज्यादा आना होता है। इनके पास गर्म कपड़े लाते हैं, जो लोगों को लुभावने भी लगते हैं। महिलाएं रंग-बिरंगे जरीदार फैंसी शाल बड़े चाव से खरीद रही हैं।
कश्मीर की शालों को युवतियां बड़े चाव से खरीद रही हैं, क्योंकि ये सस्ते होने के साथ-साथ फैंसी भी हैं। गर्म कपड़े के विक्रेता सडक़ के किनारे फड़ लगाकर लोगों को लुभा रहे हैं। जिस कारण उनकी बिक्री भी बढ़ रही है। इन फड़ वालों को आम देखा जा सकता है। सर्दी का मौसम जैसे-जैसे दस्तक दे रहा है, वैसे-वैसे गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ रही हैं।
25 फीसदी आया दामों में उछाल
सर्दी से पहले ही लोगों ने उससे बचने के लिए गर्म कपड़ों की खरीददारी शुरु कर दी है। लेकिन गर्म कपड़ों को खरीदने में लोगों के भरी सर्दी में पसीने छूट रहे हैं। क्योंकि इस बार गर्म कपड़ों की खरीद 20 से 25 प्रतिशत तक महंगी हो गई। इस बार ऊन का कमजोर उत्पादन तथा बेतहाशा मांग से ऊन के दामों में 20 से 25 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। जबकि ऊन भी हमें 7 से 10 फीसदी तक और ज्यादा महंगी मिल रही है। जिसके चलते ऊनी वस्त्रों स्वेटर, जर्सी, कार्डिगन व मोजों की कीमतें इस बार देशी बाजारों में मिक्स में 10 से 15 प्रतिशत तक तथा प्योर में 25 से 30 प्रतिशत तक बढऩे की संभावनाएं है।